-
278
छात्र -
235
छात्राएं -
25
कर्मचारीशैक्षिक: 22
गैर-शैक्षिक: 03
परिकल्पना
- के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
उद्देश्य
- शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करने के लिए।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना और बच्चों में “भारतीयता” की भावना पैदा करना।

विद्यालय के बारे में
उत्पत्ति
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय आईआईटी इंदौर, केन्द्रीय विद्यालय संगठन द्वारा 2020 में स्थापित केंद्रीय विद्यालयों में से एक है। स्कूल 2020 से एक आईआईटी पुराने प्रशासनिक भवन में संचालित हो रहा है। ..
विद्यालय के दृष्टिकोण के बारे में
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईआईटी इंदौर में हमारा मानना है कि एक खुश बच्चा सफल होता है। हम बच्चों को सीखने के लिए एक सकारात्मक, सुरक्षित और प्रेरक वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहाँ सभी को महत्व दिया जाता है।..
विद्यालय के उद्देश्य के बारे में
श्री केंद्रीय विद्यालय आईआईटी इंदौर का लक्ष्य है:- केंद्रीय विद्यालय संगठन के दिशानिर्देशों के अनुसार रक्षा और अर्धसैनिक कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करना।..
संदेश

आयुक्त, सुश्री प्राची पाण्डेय, आईए & एएस
प्रिय शिक्षकवृंद,
शिक्षक दिवस 2025 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
शिक्षक केवल शैक्षणिक मार्गदर्शक ही नहीं, बल्कि बच्चे के भविष्य के निर्माता होते हैं। प्रथम अक्षर लिखने से लेकर जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों तक वे धैर्य,सहानुभूति और सहयोग के साथ प्रत्येक कदम पर साथ चलते हैं। वे केवल मस्तिष्क ही नहीं,बल्कि मूल्य,सपने और आकांक्षाएँ भी गढ़ते हैं,जो हमारे राष्ट्र का भविष्य निर्धारित करती हैं।

श्रीमती शाहिदा परवीन
उपायुक्त
संदेश प्रिय विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों एवं समस्त केंद्रीय विद्यालय परिवार, सप्रेम नमस्कार। केंद्रीय विद्यालय संगठन, भोपाल संभाग की वेबसाइट पर आप सभी का हार्दिक स्वागत है। यह प्लेटफ़ॉर्म न केवल सूचना और संसाधनों का केंद्र है, अपितु यह हमारे साझा शैक्षिक दृष्टिकोण, मूल्यों और प्रयासों का प्रतिबिंब भी है। मुझे यह संदेश साझा करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन, भोपाल संभाग, केविसं (मु०) नई दिल्ली के दिशा-निर्देशन में निरंतर राष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के उच्चतम मानदंडों को स्थापित करने के अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है। भारत जैसे विविधता-सम्पन्न देश में शिक्षा केवल ज्ञान का माध्यम नहीं है, यह सामाजिक समरसता, नैतिक मूल्यों, और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध की भावना का संवाहक भी है। केंद्रीय विद्यालय संगठन की स्थापना 1963 में भारत सरकार द्वारा इस उद्देश्य से की गई थी कि सैनिकों, अर्धसैनिक बलों, केंद्रीय कर्मचारियों और अन्य स्थानांतरणीय कर्मचारियों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, सतत और एकसमान शिक्षा प्रदान की जा सके। आज KVS न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी शिक्षा की एक सशक्त शृंखला बन चुका है, जिसमें लाखों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं और हजारों शिक्षक उन्हें ज्ञान, संस्कार और जीवन के मूल्य सिखा रहे हैं। हमारे देश की नई शिक्षा नीति (NEP 2020) शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन का आह्वान करती है। यह केवल पाठ्यक्रम और परीक्षा प्रणाली में सुधार की बात नहीं करती, बल्कि यह समावेशी, बहु-विषयक, और छात्र-केंद्रित शिक्षा की बात करती है। KVS ने NEP 2020 के मार्गदर्शक सिद्धांतों को अपनाते हुए कई महत्त्वपूर्ण पहलें प्रारंभ की हैं: • Foundational Literacy and Numeracy (FLN) को प्राथमिक कक्षाओं में लागू करना। • बहु-भाषिकता को प्रोत्साहन देना। • कला एकीकरण (Art Integration) और खेल आधारित शिक्षा (Sports Integration) को कक्षा शिक्षण में समाहित करना। 21वीं सदी के कौशल जैसे कि आलोचनात्मक सोच, समस्या समाधान, रचनात्मकता और डिजिटल साक्षरता पर बल देना। ये सभी प्रयास विद्यार्थियों को न केवल परीक्षा के लिए, बल्कि जीवन के लिए तैयार करने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। हमारे कार्यरत शिक्षकगण न केवल ज्ञान के दाता हैं, बल्कि वे एक संरक्षक, मार्गदर्शक और प्रेरक की भूमिका भी निभाते हैं। एक शिक्षक की भूमिका अब केवल पाठ्यक्रम पढ़ाने तक सीमित नहीं रह गई है। वे विद्यार्थियों में जिज्ञासा उत्पन्न करते हैं, उन्हें आत्म-शिक्षण के लिए प्रेरित करते हैं, और एक उत्तरदायी नागरिक के रूप में ढालते हैं। हमारे शिक्षकगण निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और नवाचारों के माध्यम से अपने शिक्षण को अद्यतन और प्रभावी बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें गर्व है कि हमारे विद्यालयों में ऐसे शिक्षक कार्यरत हैं, जो बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर समर्पित रहते हैं। KVS के विद्यार्थी पूरे देश में अपनी योग्यता, अनुशासन और नैतिक मूल्यों के लिए पहचाने जाते हैं। विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन, विज्ञान, खेल, कला, और संस्कृति के क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ, तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर KVS के छात्रों की उपस्थिति हमें गर्व से भर देती है। हमारा प्रयास है कि हर विद्यार्थी की विशेषताओं और रुचियों को समझते हुए उन्हें उस दिशा में अवसर प्रदान किए जाएँ, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता तक पहुँच सकें। विद्यालयों में अब केवल किताबी ज्ञान पर ज़ोर नहीं, बल्कि समग्र विकास (Holistic Development) को प्राथमिकता दी जा रही है। वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का युग है। शिक्षा भी इससे अछूती नहीं रही है। विशेष रूप से COVID-19 महामारी के दौरान, KVS ने तकनीक को अपनाते हुए ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय पहल की। हमने ई-कंटेंट, वर्चुअल क्लासरूम्स, शिक्षकों द्वारा बनाए गए डिजिटल संसाधन, और स्वयं पोर्टल जैसे प्लेटफॉर्म्स को प्रभावी रूप से अपनाया। भविष्य में भी हम तकनीक के माध्यम से शिक्षण और अधिगम को और अधिक रोचक, समावेशी और प्रभावशाली बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, हमारे विद्यालयों में नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए ATL (Atal Tinkering Labs), Coding Clubs, Robotics Workshops जैसी गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। KVS प्रशासनिक और शैक्षणिक गतिविधियों में पारदर्शिता, जवाबदेही और सामुदायिक सहभागिता को अत्यंत महत्त्व देता है। विद्यालय प्रबंधन समितियों में अभिभावकों की भागीदारी, विद्यालय स्तर पर खुली बैठकों का आयोजन, और अभिप्राय संग्रहण की प्रक्रिया हमें हमारी कार्यप्रणाली में सुधार के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती है। हम अभिभावकों से अनुरोध करते हैं कि वे विद्यालय की गतिविधियों में सक्रिय भाग लें, शिक्षकों से संवाद बनाए रखें और अपने बच्चों को सकारात्मक वातावरण प्रदान करें। KVS का लक्ष्य न केवल अकादमिक उत्कृष्टता है, बल्कि ऐसी शिक्षा व्यवस्था का निर्माण करना है जो: • विद्यार्थियों को वैश्विक नागरिक बनाए, • उनमें संवेदनशीलता और सहानुभूति का भाव विकसित करे, • उन्हें नवाचार और उद्यमिता की ओर प्रेरित करे, • तथा भारत की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को आत्मसात करते हुए आधुनिक तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना सिखाए। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे विद्यालय “ज्ञान, चरित्र और सेवा” के त्रिसूत्रीय मंत्र को आत्मसात करें और एक ऐसे भारत के निर्माण में योगदान दें जो शिक्षित, सशक्त और समृद्ध हो। अंत में, मैं सभी विद्यार्थियों को यह संदेश देना चाहती हूँ कि अपने सपनों को साकार करने के लिए कठोर परिश्रम, अनुशासन और आत्म-विश्वास को अपना साथी बनाइए। हर चुनौती आपके लिए एक अवसर है, और हर असफलता सीखने की एक सीढ़ी। शिक्षकों से अपेक्षा करती हूँ कि वे विद्यार्थियों के जीवन को मूल्यवान और अर्थपूर्ण बनाने में अपनी भूमिका को दृढ़ता से निभाएँ। अभिभावकों से अनुरोध है कि वे विद्यालय के साथ मिलकर एक सशक्त भविष्य निर्माण में सहयोग करें। आइए, हम सब मिलकर एक ऐसे शैक्षिक वातावरण का निर्माण करें जहाँ प्रत्येक विद्यार्थी स्वाभिमानी, सक्षम और संवेदनशील नागरिक बनकर राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान दे सके। धन्यवाद। (शाहिदा परवीन) उपायुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन भोपाल संभाग
और पढ़ें
श्रीमती नीलम मालवीय
प्राचार्य
आत्मविश्वास और आत्मनिर्णय से ही आत्मनिर्भर बना जा सकता है। केंद्रीय विद्यालय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर में आप सभी का अभिनंदन है, जो नवाचार, सृजनात्मकता, शैक्षणिक श्रेष्ठता और विवेकवान विचारधारा का प्रतीक है। हमारा प्राथमिक ध्यान विद्यार्थियों को सही व गलत में भेद कर सही चुनना सिखाकर प्रतियोगी जगत के लिए तैयार करना है। अध्ययन- अध्यापन के अतिरिक्त विद्यार्थियों को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से दृढ़ बनाने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं में उदात्त मानवीय गुणों का विकास करना है। केंद्रीय विद्यालय संगठन के ध्वज तले विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का लक्ष्य प्राप्त करने हेतु स्कूल सज्ज है। विद्यालय, समन्वयवादी रवैये से प्रत्येक वर्ग के छात्र की आंतरिक प्रतिभाओं और अपेक्षाओं का ध्यान और संवर्धन करता है। विद्यालय कार्मिकों, विद्यार्थियों, अभिभावकों, पूर्व छात्रों और सभी हितधारकों के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ समाज में आदर्श व्यक्तित्व और समर्पित नागरिक का निर्माण करना एक बड़ा लक्ष्य है। उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर अध्यापन कराना और विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य के मार्ग पर बढ़ाना हमारा कर्तव्य है। सभी विद्यार्थी अपने जीवन में उत्तरोत्तर उन्नति कर अपने समाज और राष्ट्र के लिए भविष्य में समर्पित रहें तथा एक श्रेष्ठ नागरिक होने का सम्मान प्राप्त करें, यही हमारी कामना है और इसी दिशा में हम कर्मरत हैं। हार्दिक मंगलकामनाओं के साथ, नीलम मालवीय प्राचार्य
और पढ़ेंअद्यतनीकरण
चीजों का अन्वेषण करें
शैक्षणिक योजनाकार
केंद्रीय विद्यालयों (केवी) के लिए अकादमिक योजनाकार शैक्षणिक वर्ष ...
शैक्षिक परिणाम
कक्षा X और XII 2024 के लिए विद्यालय CBSE परिणाम विश्लेषण..
बाल वाटिका
केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने बालवाटिका को प्रीस्कूल शिक्षा के रूप में पेश किया है।..
निपुण लक्ष्य
निपुण भारत मिशन या समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता ..
शैक्षणिक हानि कार्यक्रम का मुआवजा (सीएएलपी)
शैक्षणिक हानि भरपाई कार्यक्रम (CALP) का उद्देश्य उन छात्रों द्वारा सामना ..
अध्ययन सामग्री
केवीएस एक संगठन है जो भारत में केंद्रीय सरकारी स्कूलों का प्रबंधन करता है।
कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण
केन्द्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) विभिन्न कार्यशालाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों ..
विद्यार्थी परिषद
केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) में विद्यार्थी परिषद छात्रों के बीच नेतृत्व, जिम्मेदारी ..
अपने स्कूल को जानें
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईआईटी इंदौर को भोपाल क्षेत्र में सबसे ..
अटल टिंकरिंग लैब
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय आईआईटी, इंदौर की अटल टिंकरिंग लैब ..
डिजिटल भाषा लैब
केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने छात्रों के बीच भाषा सीखने को बढ़ाने ..
आईसीटी - ई-क्लासरूम एवं प्रयोगशालाएँ
आईसीटी बुनियादी ढांचे में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क, डेटा सेंटर, सुविधाएं..
पुस्तकालय
पढ़ने के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने और छात्रों के शैक्षिक विकास में सहायता करने ..
प्रयोगशालाएँ - भौतिकी/रसायन विज्ञान/जीवविज्ञान
एम श्री केंद्रीय विद्यालय आईआईटी इंदौर में अच्छी तरह से सुसज्जित भौतिकी ..
भवन एवं बाला पहल
शिक्षण सहायता के रूप में निर्माण, जिसे BALA के नाम से जाना जाता है, ..
खेल अवसंरचना (खेल के मैदान)
स्कूल के शारीरिक शिक्षा कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण घटक है।...
एसओपी/एनडीएमए
भारत का राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) विभिन्न प्रकार की ...
खेल
खेल छात्रों के समग्र विकास, शारीरिक फिटनेस, मानसिक कल्याण, टीम वर्क ..
एनसीसी/स्काउट एवं गाइड
एनसीसी कैडेट एनसीसी के अंदर अनुशासन और एकता को लागू करके समाज..
शिक्षा भ्रमण
छात्रों के लिए शैक्षिक भ्रमण और क्षेत्र यात्रा आयोजित करने का मुख्य ..
ओलम्पियाड
हर साल स्कूल विभिन्न ओलंपियाड आयोजित करता है जो साइंस ओलंपियाड ..
प्रदर्शनी - एनसीएससी/विज्ञान/आदि
बच्चों के लिए राज्य स्तरीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी...
एक भारत श्रेष्ठ भारत
एक भारत श्रेष्ठ भारतकेंद्रीय विद्यालय संगठन हर साल राष्ट्रीय एकता..
हस्तकला या शिल्पकला
कला और शिल्प अपने हाथों से चीज़ें बनाने से जुड़ी विविध प्रकार की गतिविधियों ..
मजेदार दिन
स्कूल प्रत्येक शनिवार को फन-डे आयोजित करता है ...
युवा संसद
युवा संसद योजना देश भर के केंद्रीय विद्यालयों के युवाओं को उनकी वाक्पटुता ...
पीएम श्री स्कूल
पीएम श्री स्कूल” भारत सरकार द्वारा एक केंद्र प्रायोजित योजना है। ...
कौशल शिक्षा
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईआईटी इंदौर ने छात्रों के कौशल विकास ..
मार्गदर्शन एवं परामर्श
सरल शब्दों में मार्गदर्शन का अर्थ है, निर्देशित करना या सहायता प्रदान करना।
सामाजिक सहभागिता
सामुदायिक भागीदारी में किसी निर्णय या कार्रवाई से संभावित रूप से प्रभावित ..
विद्यांजलि
विद्यांजलि, शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की एक पहल है,
प्रकाशन
प्रकाशन जनता से संवाद करने के लिए किया गया कुछ है। प्रकाशन आमतौर ..
समाचार पत्र
प्राथमिक सीएमपी ई-न्यूज़ लेटर 2023-24 आयोजित की जाने वाली गतिविधियों ..
विद्यालय पत्रिका
स्कूल पत्रिका बच्चों में रचनात्मकता को बढ़ावा देने का एक उपकरण है।
देखें क्या हो रहा है ?
छात्रों के बारे में समाचार और कहानियाँ, और पूरे स्कूल में नवाचार


27/05/2024
पीएम श्री केवी आईआईटी इंदौर की खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष टिंकरिंग लैब देश भर के केंद्रीय विद्यालयों में पहली कार्यात्मक प्रयोगशाला है।

27/05/2024
कक्षा १० एवं १२ के विद्यार्थियों ने इंदौर के सनावदिया क्षेत्र के ‘जिम्मी मैक गिलिगन केंद्र’ जाकर पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित प्रकृति प्रेमी जानक पलटा दीदी के सानिध्य में फूलों से प्राकृतिक रंग बना कर होली कैसे बनाए विषय पर अपना व्याख्यान दिया तथा बच्चों को प्राकृतिक रंग बनाना सिखया
उपलब्धियाँ
शिक्षक
विद्यार्थी
राज्य पुरुस्कार परीक्षण शिविर
राज्य पुरुस्कार परीक्षण शिविर 2025(गाइड्स)

26/07/2025
श्रेष्ठ विद्यालय टॉपर्स
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा दसवीं और बारहवीं कक्षा
10वीं कक्षा
12वीं कक्षा
स्कूल परिणाम
सत्र 2023-24
परीक्षा दी :29 उत्तीर्ण :29
सत्र 2022-23
परीक्षा दी :32 उत्तीर्ण :31
सत्र 2023-24
परीक्षा दी :22 उत्तीर्ण :22